मॉस्को में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले की पृष्ठभूमि में भारत और कजाकिस्तान ने अस्ताना में बैठक की, जिसका उद्देश्य आतंकवाद विरोधी प्रयासों में अपने सहयोग को मजबूत करना था।
मॉस्को में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर, जिसे संभवतः पाकिस्तानी मदरसों से प्रभावित मध्य एशिया के चरमपंथियों द्वारा अंजाम दिया गया था, भारत और कजाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ अपने सहयोग को मजबूत करने के लिए अस्ताना में बैठक की।
मुख्य चर्चा बिंदु
क्षेत्रीय आतंकवादी खतरे: दोनों देश अपने-अपने क्षेत्रों में आतंकवादी परिदृश्य के संबंध में चर्चा में लगे हुए हैं। इसमें विशेष रूप से दक्षिण एशिया में प्रचलित राज्य-प्रायोजित आतंकवाद और सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों को संबोधित करना शामिल था।
अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र: बैठक में अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में आतंकवाद से उत्पन्न विशिष्ट चुनौतियों पर भी चर्चा हुई। इस क्षेत्र में बढ़ते खतरे से निपटने के लिए रणनीतियों की खोज की गई, जो अक्सर पड़ोसी देशों में फैल जाती है।
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कजाकिस्तान के बारे में मुख्य बातें
- भौगोलिक स्थिति: कजाकिस्तान को मध्य एशिया में स्थित विश्व का सबसे बड़ा भूमि से घिरा देश होने का गौरव प्राप्त है। इसकी सीमाएँ उत्तर में रूस, पूर्व में चीन और दक्षिण में किर्गिस्तान, उज़्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान को छूती हैं। इसके अतिरिक्त, पश्चिमी सीमा कैस्पियन सागर द्वारा चिह्नित है।
- राजधानी और प्रमुख शहर: कजाकिस्तान की राजधानी नूर-सुल्तान (पूर्व में अस्ताना) है, जबकि अन्य प्रमुख शहरों में अल्माटी, श्यामकेंट और कारागांडा शामिल हैं।
- समृद्ध सांस्कृतिक विरासत: कजाकिस्तान को अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर गर्व है, जो खानाबदोश परंपराओं के इतिहास और विभिन्न जातियों के मेल से बनी है। कज़ाख, रूसी और अन्य जातीय समुदाय सामूहिक रूप से देश के जीवंत बहुसांस्कृतिक ताने-बाने में योगदान करते हैं।
- अर्थव्यवस्था: कजाकिस्तान की अर्थव्यवस्था अपने प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों, जैसे तेल, प्राकृतिक गैस, कोयला और खनिजों पर बहुत अधिक निर्भर करती है। हालाँकि, देश संसाधन निष्कर्षण पर अपनी निर्भरता को कम करने के लिए सक्रिय रूप से आर्थिक विविधीकरण और आधुनिकीकरण की पहल कर रहा है।
- राजनीतिक प्रणाली: कजाकिस्तान राष्ट्रपति गणतंत्र प्रणाली के तहत कार्य करता है। 1991 में देश की आजादी के बाद 2019 में अपने इस्तीफे तक नूरसुल्तान नज़रबायेव उद्घाटन राष्ट्रपति थे। नज़रबायेव के इस्तीफे के बाद कासिम-जोमार्ट टोकायेव ने राष्ट्रपति पद ग्रहण किया।